हिंदी दिवस - दोहे
हिंदी हमारे राष्ट्र की |
नीले गगन को चूमती ||
माँ भारती सम्मान हो |
सुन्दर सुरो का राज हो ||
हिंदी ह्रदय मन बोलती |
रुन-झुन नूपुर पग डोलती ||
स्पन्दित सवेरा सांझ है |
सुन्दर सुनहरा साज है ||
हिंदी हमारे हिन्द की |
धरोहर हमारे नींव की ||
हिंदी वतन अनुराग है |
हस्ते गग्गन का ताज है ||
हस्ते गग्गन का ताज है ||
हिंदी हमारी शान है |
विहंगम भूमि वरदान है ||
भाव भरा भंडार है |
विभूतियाों का साज है ||
हिंदी हमारी जान है |
जन-मन में इसका मान है ||
समारोह हिंदी दिन आया |
भादव माह निमंत्रित आया ||
- मेनका