Thursday 12 September 2019

हिंदी दिवस - दोहे

हिंदी दिवस - दोहे




हिंदी हमारे राष्ट्र की |
नीले गगन को चूमती ||

माँ भारती सम्मान हो |
सुन्दर सुरो का राज हो ||

हिंदी ह्रदय मन बोलती |
रुन-झुन नूपुर पग डोलती ||

स्पन्दित सवेरा सांझ है |
सुन्दर सुनहरा साज है ||

हिंदी हमारे हिन्द की |
धरोहर हमारे नींव की ||

हिंदी वतन अनुराग है |
हस्ते गग्गन का ताज है ||

हिंदी हमारी शान है |
विहंगम भूमि वरदान है ||

भाव भरा भंडार है |
विभूतियाों का साज है ||

हिंदी हमारी जान है |
जन-मन में इसका मान है ||

समारोह हिंदी दिन आया |
भादव माह निमंत्रित आया ||

- मेनका

मिलिट्री मैन - कविता

मिलिट्री मैन - कविता दशक चाकरी की वीरों सा| पल-भर में क्यों अनदेख किया|| पलक झपकते दौड़ गए थे| घुटनो के बल रेंग गए थे|| भारत की माटी को हमने|...