Tuesday 16 October 2018

माँ की अद्भुत क्षबि - कविता

माँ की अद्भुत क्षबि - कविता




महा माया के महिमा कोना हम कहूं?
महा काली के कीर्ति कोना हम कहूं?
हम सपना में देखलऊँ अद्भत क्षबि|
माँ के लाली चुंदरिया में सोना जड़ी|
माँ के प्यारी पैजनिया में घुंघरू लगी|
महामाया के महिमा कोना हम कहूं?
महा काली के कीर्ति कोना हम कहूं?
माँ के सिरो सिन्दुरबा में खुशबु भरी|
माँ के लाल महाबार फूलों से भरी|
महा माया के महिमा कोना हम कहूं?
महा काली के कीर्ति कोना हम कहूं?

- मेनका सिन्हा

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