Wednesday 20 March 2019

वीरता का अभिनन्दन - कविता

वीरता का अभिनन्दन - कविता


 आ रहा है लाल माँ का,
लाज है वो देश का|
अभी अभिनन्दन तुम्हारा,
देशवापसी कर रहा|
माँ भारती का ताज है तू,
दे रहा संदेश है|
गुरुर है तू देश का और,
शान है तू टीम का|
अदम्य साहस वीर है,
कायर नहीं वो वीर है|
माँ भारती के लाल है,
भक्त अपने देश का|
मर्यादा मातृभूमि की,
खोते नहीं वो वीर है|
आ रहा है लाल माँ का,
लाज है वो देश का|

- मेनका

No comments:

Post a Comment

मिलिट्री मैन - कविता

मिलिट्री मैन - कविता दशक चाकरी की वीरों सा| पल-भर में क्यों अनदेख किया|| पलक झपकते दौड़ गए थे| घुटनो के बल रेंग गए थे|| भारत की माटी को हमने|...