पुछथीन चन्द्रमा बहीनी सुरज भइया से बतीया - छठ के गीत ८७
पुछथीन चन्द्रमा बहीनी सुरज भइया से बतीया।
कहँमा लागल हो भइया एहो अति देरिया।
बाटे भेटल गे बहीना बाझीन तीरियबा।
पुत्र देअइते गे बहीन लागल अति देरिया।
मिलिट्री मैन - कविता दशक चाकरी की वीरों सा| पल-भर में क्यों अनदेख किया|| पलक झपकते दौड़ गए थे| घुटनो के बल रेंग गए थे|| भारत की माटी को हमने|...
No comments:
Post a Comment