Sunday 24 May 2020

लॉकडाउन में माँ से अर्जी - कविता

लॉकडाउन में माँ से अर्जी - कविता


करोना कहर दुर्गा दुनिया के तोरलक 
घरे-घरे कयलक बंद -- करोना -- |

करोना कहर काली विश्वक वेदना 
सुनी लिअऊ हमरो पुकार -- सुनी -- |

किये न सुनइछी मईया किये न
तकइछी किये आहाँ भेल छी कठोर | 
किये आहाँ -- |

 विश्वक भूल-चूक क्षमा करू चण्डी 
होइअऊ सब पर सहाय | होइअऊ -- |

सुन्दर सुबुद्धि दुर्गा सब जन के 
दिअऊ हम सब करइछी गुहार |

बच्चा बिमार सब कुहकये वन-खंड 
कइसे कटत लॉकडाउन ?

करोना कहर मइया संघर आहाँ
करीअऊ सबके छुटत लॉकडाउन |

- मेनका

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